तेरा मिलना ऐसा होता है

जैसे मुरझाते फूल को बहार
का सलाम मिल गया हो

जैसे किसी यतीम को माँ बाप
का नाम मिल गया हो

जैसे बेरोज़गारी में सालो बाद
कोई काम मिल गया हो

जैसे तनहा शाम में किसी को
एक जाम मिल गया हो

जैसे दिल को अपनी ख़्वाहिशों
का मुकाम मिल गया हो

जैसे मुझे सारी ज़िन्दगी
का इंतज़ाम मिल गया हो

by chhavidoonga